वचन १: “जिन सात स्वर्गदूतों के पास वे सात कटोरे थे, उनमें से एक ने आकर मुझ से यह कहा, “इधर आ, मैं तुझे उस बड़ी वेश्या का दण्ड दिखाऊँ, जो बहुत–से पानी पर बैठी है,”
मुख्य भाग की वेश्या, स्त्री और पशु कौन हैं यह जानना अध्याय १७ की व्याख्या और समझने के लिए आवश्यक है। वचन १ में “वेश्या” दुनिया के धर्मों को संदर्भित करती है, जबकि “स्त्री” दुनिया को संदर्भित करती है। दूसरी ओर, “पशु”, मसीह-विरोधी को दर्शाता है। “बहुत सा पानी” शैतान की शिक्षाओं को दर्शाता है। वाक्यांश, “मैं तुझे उस बड़ी वेश्या का दण्ड दिखाऊँ, जो बहुत–से पानी पर बैठी है,” हमें बताता है कि परमेश्वर दुनिया के धर्मों का न्याय करेंगे जो शैतान की कई शिक्षाओं पर बैठे हैं।
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प्रकाशितवाक्य १७:१-५ में लिखा है, “जिन सात स्वर्गदूतों के पास वे सात कटोरे थे, उनमें से एक ने आकर मुझ से यह कहा, “इधर...
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